बाज़ार लगाऊंगा अपना कुछ खरीदार बुलवाऊंगा....!
एक-एक करके लोगों से मै बोली अपनी लगवाऊंगा....!!
देखें कितना भाव लगेगा कितना कौन लुटायेगा ....!
कौन खरीदेगा मुझको और कौन मुफत ले जायेगा....!!
कोई धन से तौलेगा कोई नज़रों से भाव लगायेगा....!
भांप जाएगा मन मेरा जो दिल भी संग ले जायेगा....!!
कीमत कोई देगा कितनी क्या-क्या अरमान जतायेगा....!
कैसे कोई अपने मन में मेरी जगह बनायेगा....!!
कितनी दूरी तक हाथ थाम कर कौन कहाँ ले जायेगा....!
कौन जिस्म को साथ रखेगा और रूह कौन ले जायेगा....!!
बाज़ार लगाऊंगा अपना...............................!
एक-एक करके लोगों से मै..........................!!