Saturday, November 13, 2010

उस दिन...!!

उस दिन जब तू मेरे संग बैठा था, तेरे चेहरे पर हल्का पहरा था....!
तू बातें कम करता था मुझसे, और सवाल ज्यादा करता था....!!

नाराज था तू मेरी बातों से, और खुद से शिकवे भी करता था....!
तू कुछ समझाना चाहता था मुझको, और खुद एक उलझन में उलझा था....!!

तुझसे मै गर सच कहता भी तो, तू उस पर भी शक करता था....!
मै तुझको कुछ समझाता भी तो, तू कसमें खाने को कहता था....!!

पल भर को तू अंजाना लगता था, और तुझसे गहरा नाता भी लगता था....!
और तेरी सारी बातें सुनकर, मुझको भी थोडा ग़म लगता था....!!

तुझसे सब कुछ न कह कर, बस कुछ ही कहना बेहतर लगता था....!
क्यों अपनी आवाज के सहमेपन से ही, तुझको इतना डर लगता था....!!

उस दिन जब तू मेरे संग बैठा था........................................!
तू बातें कम करता था मुझसे और ......................................!!

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